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भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय नेता लालकृष्ण आडवाणी जिन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाएगा। भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा अपने ट्विटर के द्वारा किया है। भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, लालकृष्ण आडवाणी है हमारे समय के सबसे पुराने और सम्मानित नेता है। इन्होंने भारत के विकास मार्ग के लिए संपूर्ण योगदान दिया है।
साथ ही भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लालकृष्ण आडवाणी की 96 साल के जीवन के बारे में बताते हुए भाव खो गए और उन्होंने यह कहा है कि लालकृष्ण आडवाणी के पूरे जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है।
लालकृष्ण आडवाणी जन्म कब और कहां हुआ
लालकृष्ण आडवाणी |
व्यक्तिगत विवरण |
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जन्म |
लालकृष्ण आडवाणी 8 नवंबर 1927 (उम्र 96) |
राजनीतिक पार्टी |
भारतीय जनता पार्टी |
जीवनसाथी |
कमला आडवाणी, जन्म 1965 मृत्यु 2016 |
बच्चे |
जयंत आडवाणी (बेटा), प्रतिभा आडवाणी (बेटी) |
पुरस्कार |
भारत रत्न पद्म विभूषण |
दोस्तों लालकृष्ण आडवाणी को Short Form में LK Advani भी लोग कहते हैं। लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ था। तब हिंदुस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था, और कराची भारत का एक प्रमुख शहर था। अथवा लालकृष्ण आडवाणी का जन्म निवास कराची ही है। 14 साल की उम्र में ही उन्होंने आरएसएस (RSS) से जुड़ गए थे। उनका कामकाज देखकर जल्दी ही उन्हें कराची की शाखा का प्रेसिडेंट बना दिया गया।
और जब भारत पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो उनका पूरा परिवार भारत के प्रमुख शहर मुंबई में आकर बस गया। और यहां आने के बाद उन्होंने गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक किया।
लालकृष्ण आडवाणी उम्र:
लालकृष्ण आडवाणी 96 वर्ष के हो चुके हैं। बीजेपी के दूसरे नेता होंगे जिन्होंने इतनी उम्र तक पार्टी में रहकर सेवा दिया है। और इतना योगदान भारत के विकास में दिया है, साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें भारत रत्न सम्मान देने की बात कही है। भारतीय जनता पार्टी के यह दूसरे ऐसे राजनेता होंगे जिन्होंने भारत रत्न से नवाजा जाएगा। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता रह चुके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी को यह सम्मान मिल चुका है। और इन्होंने 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में सातवें उप प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।
बीजेपी के फाउंडर मेंबर:
लालकृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक एनडीए सरकार में रह चुके हैं और यह भारत के गृह मंत्री भी उसे समय थे। साथ ही भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में भी यह शामिल रह चुके हैं और उसका महासचिव भी बन चुके हैं।
लालकृष्ण आडवाणी राजनीति यात्रा
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के एक ऐसे राजनेता है जिन्होंने 6 बार लोकसभा पहुंचे हैं। इसमें हैरान करने वाली बात यह है कि यह 1 ही सीट से 6 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। सबसे पहले साल 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2024 में यह गांधीनगर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।
लालकृष्ण अडवाणी कौनसा अवार्ड मिला है
लालकृष्ण आडवाणी को 2015 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। क्योंकि उन्होंने 1970 से 1989 तक चार बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुनकर आए थे। इतना ही नहीं लाल कृष आडवाणी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं, साल 1986 से 1991 और 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे।
राम मंदिर में लालकृष्ण आडवाणी का योगदान
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उसे समय भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय नेता रहे लालकृष्ण आडवाणी ने 6 अप्रैल 2004 को भारत उदय यात्रा के क्रम में अयोध्या में थे। और तभी से लालकृष्ण आडवाणी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने राम मंदिर को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ लिया और उनका लक्ष्य भी राम मंदिर को लेकर आगे बढ़ने लगा। तब से लेकर लालकृष्ण आडवाणी पूरे भारत में और भी ज्यादा लोकप्रिय राजनेता के तौर पर उभर कर आए। और इसी बीच उन्होंने रथ यात्रा का भी आयोजन किया था जो गुजरात के सोमनाथ से चलकर अयोध्या तक आने वाली थी। लेकिन या रथ यात्रा पूरी ना हो सके और इसे बिहार में ही रोक दिया गया।
तब बिहार के मुख्यमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव ने लालकृष्ण आडवाणी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवा लिया। और रथ यात्रा को रोक दिया। लेकिन कुछ कर सेवक पहले से ही अयोध्या में पहुंच चुके थे और उन्होंने वहां कर सेवा करना शुरू कर दिया।
LK Advani
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